गांवों ने सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन जैसे भारी शब्दों का प्रयोग नहीं किया, लेकिन '2 गज दूरी' का संदेश दिया। कभी-कभी मुझे लगता है कि जीवन की सच्ची शिक्षा की परीक्षा संकट के समय ही होती है। इस कोरोना संकट में देश के गांवों के लोगों ने अपने संस्कारों और परंपराओं की शिक्षा के अद्भुत दर्शन कराए हैं। गांवों से आ रहे अपडेट प्रेरणा देनेवाले हैं।
*देशभर के सरपंचों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे हैं पीएम मोदी*