क्यों इतना चाहते हैं कैलाश विजयवर्गीय को लोग

*कैलाश विजयवर्गीय और उनके परिवार की इस कार्य के लिए तो तारीफ की ही जाना चाहिए*


 बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के विचारों से सहमत भले ही ना हो राजनीतिक रूप से भी वे विरोधी रहे हो लेकिन मैं इसलिए उनकी तारीफ करना चाहता हूं कि एक काम उन्होंने बहुत ही दूरदर्शिता का किया है जिसके चलते उनके क्षेत्र में लोगों को जीवन आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं हो रही है।
कैलाश विजयवर्गीय के परिवार की किराना दुकान नंदा नगर,इंदौर में है और उन्होंने जब महसूस किया कि लोगों को जीवन उपयोगी वस्तुओं की लाकडाउन के मौके पर तकलीफ पड़ रही है तो उन्होंने अपनी किराना दुकान पर ऐसी व्यवस्था की की आसानी से लोगों को किराना वस्तुएं उपलब्ध हो जाए और लाक डाउन का भी पूरे तरीके से पालन हो उन्होंने अपनी दुकान के बाहर एक टेंट लगाया है और वहीं पर एक डब्बा रखा है जिसके अंदर कोई भी व्यक्ति जरूरत के सामान की सूची अपने मोबाइल नंबर सहित डाल जाता है । दूसरे दिन दुकान से फोन किया जाता है और सामान लेने के लिए बुलाया जाता है करीब 8-10 कर्मचारी सामान की पैकिंग में लगे हुए हैं । वे सामान पैक करते हैं फिर ग्राहक को बुलाते हैं और उसका सामान भुगतान लेकर दे देते हैं। ।
 आज जब पूरा शहर जरूरी सामान के लिए मारा-मारा फिर रहा है तब यह व्यवस्था अति उत्तम व्यवस्था मानी जाना चाहिए जिसमें लाकडाउन का भी पालन हो रहा है और लोगों को सामान के लिए भी नहीं तरसना पड़ रहा है ।
 उम्मीद है कि इंदौर का जिला प्रशासन ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश की सरकार भी ऐसी व्यवस्था करेगी  ताकि लोगों को जरूरी चीजें मुहैया हो सके और वह परेशान भी  ना हो । इंदौर के हर कॉलोनी के आसपास किराना दुकानें हैं, मोहल्लों में किराना दुकान हैं, अगर उन सब पर इसी तरह की व्यवस्था कर दी जाए तो ना डिलीवरी के नाम पर लोग सड़कों पर घूमेंगे और ना ही किसी को सामान की दिक्कत होगी । मोहल्ले की और कॉलोनी की किराना दुकान पर एक बॉक्स रख दिया जाए जिसके अंदर सामान की सूची डाल जाए , दूसरे दिन व्यक्ति को बुलाकर सामान की डिलीवरी दे दी जाए ।
 उम्मीद है कि इंदौर का जिला प्रशासन और मध्य प्रदेश शासन उनके अपने नेता कैलाश विजयवर्गीय द्वारा की गई व्यवस्था से कुछ सीख लेंगे ।