*मंत्रालय में आ रहीं व्यवहारिक दिक्कतें, मुख्य सचिव ने जानी हकीकत*

भोपाल। लॉकडाउन के चलते मंत्रालय में 30 अप्रैल से मंत्रालय में कामकाज शुुरु करने में विभाागों के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को आ रही व्यवहारिक दिक्कतों पर मंत्रालयीन कर्मचारी संघ अध्यक्ष इंजी. सुधीर नायक ने मुख्य सचिव इक़बाल सिंह बैंस के साथ बैठक कर विस्तार से समस्याओं के बारे में अवगत कराया, जिस पर मुख्य सचिव ने व्यवहारिक दिक्कतों को दूर करने का आवश्वासन भी दिया और बैठक उपरांत मुख्यसचिव और सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव ने  मंत्रालय के विभागों में भ्रमण कर उपस्थित मंत्रालयीन कर्मचारियों और अधिकारियों को आने वाली व्यवहारिक दिक्कतों के बारे में हकीकत जानी और किस तरीके से व्यवहारिक दिक्कतों को दूर किया जा सकता है, के बारे में सुझाव भी लिए। 


उक्त जानकारी मंत्रालयीन कर्मचारी संघ अध्यक्ष इंजी. सुधीर नायक ने  ने बताया कि वार्ता के दौरान सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग, आशीष सक्सेना, उपसचिव, मुख्यसचिव कार्यालय श्री अवस्थी भी उपस्थित थे।


*क्या थी व्यवहारिक दिक्कतें*
श्री नायक ने बताया कि मुख्यसचिव द्वारा निर्देशित करने पर मेरे द्वारा मंत्रालय में कामकाज शुरू करने से संबंधित सभी व्यवहारिक कठिनाइयों, यथा-लाक डाउन के पूर्व से अन्य जिलों/अन्य राज्यों में गये एवं वहीं पर फंस गए कर्मचारी,लाक डाउन के बाद टिफिन सर्विस बंद होने के कारण भूख प्यास से त्रस्त होकर अपने गृह नगर जाकर वहां पर फंसे नवनियुक्त कर्मचारी, कंटेंटमेंट क्षेत्रों में रहने वाले कर्मचारी, पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आने वाले कर्मचारी, मंत्रालय के तीनों भवनों का आंतरिक सैनीटाइजेशन, मंत्रालय के प्रवेश-द्वार पर सैनीटाइजेशन, प्रवेश द्वार पर टेम्परेचर स्कैनिंग और सैनीटाइजेशन के बाद ही प्रवेश देना, अन्य राज्यों/जिलों में फंसे मंत्रालयीन कर्मचारियों के पुत्र पुत्री या अन्य परिवारजन को वापस लाने, लाकडाउन के दौरान ड्यूटी कर रहे मंत्रालयीन अधिकारियों कर्मचारियों को दस हजार रुपए की सम्माननिधि और प्रशस्तिपत्र, उपसचिव स्तर के अधिकारियों के पास पदस्थ सिंगल पीए को रोज आने की बाध्यता इत्यादि मुद्दों पर विस्तार से कर्मचारियों का पक्ष रखा।  


*ये लिया मुख्य सचिव ने निर्णय*
मुख्यसचिव ने व्यवहारिक दिक्कतों को दूर करने के लिए निर्देशित किया कि अन्य जिलों में फंसे हुए कर्मचारी ऐप के माध्यम से उपस्थिति दें और घर पर बैठकर ई-आफिस से काम कर दें। कंटेंटमेंट क्षेत्रों में रहने वाले और पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आने वाले कर्मचारी भी अपने घर से ही काम करें। यह भी कहा गया कि 30 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य नहीं है। यह अधिकतम सीमा है। यदि,30 प्रतिशत से कम में काम चल सकता है, तो चलाया जाये। मुख्यसचिव ने सचिव सामान्य प्रशासन विभाग से कहा कि अन्य जो भी समस्याएं हैं, उनका निराकरण कराया जाए और वल्लभ भवन के तीनों भवनों को सैनीटाइज कराया जाए। मुख्यसचिव ने उक्त बिंदुओं को शामिल करते हुए नया परिपत्र जारी किए जाने के निर्देश भी दिए।