भगवान को कलेक्टर दारू चढ़ा रहे है हो गया सत्यानाश ?

इस सरकार और सरकार के अधिकारियों कि दिमाग के दीवालापन का इससे बड़ा और क्या सबूत है की एक आईएएस स्तर का अधिकारी शराब हाथ में लेकर कि भगवान को चढ़ा रहा है | जब कलेक्टर जैसा अधिकारी यदि भगवान के मंदिर में शराब चढ़ाएगा तो आम जनता पर इसका क्या असर पड़ेगा और कलेक्टर साहब की बेशर्मी का नंगा नाच देखिए कि हम शराब की धार का एक कार्यक्रम चला रहे हैं हम पूजा पाठ कर रहे हैं हम भगवान को प्रसन्न करने के लिए शराब चढ़ा रहे हैं और भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि हमें कोरेना से मुक्ति मिले | यह हमारे कलेक्टर साहब का जवाब था और उन्होंने कहा कि हम 27 किलोमीटर तक शराब की धार चढ़ाएंगे जिसको चाटना है वह चाटे हो गया अब सत्यानाश यह हमारे देश की कानून व्यवस्था और यह है हमारे देश  के आईएएस अफसर और आईएएस अफसर भी कौन है जो नगर निगम इंदौर के कमिश्नर रह चुके हैं उनका नाम है आशीष सिंह | पढ़े-लिखे परिवार का योग्य व्यक्ति़ जिसने इंदौर के नगर निगम को इतनी शानदार तरीके से चलाया उसे उज्जैन का प्रभार दिया वहां ये  ढोंग ढ़तोरे में शामिल हो गए |



क्या शराब चढ़ाने से भगवान प्रसन्न होते हैं ? हो सकता है कि अपरिपक्व अनपढ़ समाज ऐसे ढोंग ढ़तोरे में आ जाए लेकिन समाज का एक पढ़ा-लिखा योग्य युवा अपना सर पीट लेगा | कोरोना संक्रमण सख्त प्रशासन , इच्छाशक्ति , अच्छे इलाज से ही समाप्त हो सकता है यह सरकारी भूल का परिणाम है | केंद्र सरकार ने बाहर से आए विदेशी नागरिकों की जांच नहीं की वरना यह कोरोना फैलता नहीं | यहां तक कि सरकार इतनी डरपोक है कि मौलाना साद दिल्ली के गलियारों में बेखौफ घूम रहा है मस्जिदों में जाकर नमाज पढ़ रहा है वहां के संवाददाताओं को दिख रहा है उसके फोटो समाचार पत्रों में प्रकाशित हो रहे हैं जिस पर तब्लिगी जमात के साथ कोरोना फैलाने का आरोप लग चुका है | जिस पर करोड़ों की अवैध संपत्ति रखने का आरोप लग चुका है उसे गिरफ्तार कर पूछताछ भी नहीं कर सकते बल्कि हमारी सरकार गंडे , ताबीज , पूजा - पाठ , हवन कार्यक्रम कर रही है ऐसे कार्यक्रमों से देश की जनता का भला नहीं होता है बल्कि देश की जनता का क्रियाकर्म हो जाएगा | सरकारी दावे कुछ भी हो इंदौर की स्थिति अभी अच्छी नहीं है यहां भी मनीष सिंह उतने सफल नहीं है जितने दावा किया जा रहा है कुछ समाचार पत्र में बड़े-बड़े विज्ञापन , बड़ी-बड़ी खबरें छपवाकर अपने आप को बहुत बड़ा तीस मार खाँ साबित करने से , जनता को तकलीफ देने से , दुकानें बंद करवाने से , कोरोना समाप्त नहीं होगा | कोरोना तो समाप्त होगा बस एक नीति बनाने से नीति ऐसी बनानी चाहिए कि सभी का व्यापार चले | आज से 3 माह पूर्व जब कोरोना लॉकडाउन लगा था एक छोटा सा कस्बा उत्तर प्रदेश में चाहे तो आंख से जा कर देख ले हमारे पास प्रमाण मौजूद है | फैजाबाद जिले का एक छोटा सा कस्बा जिसका नाम रुदौली है वहां पर 60% आबादी मुस्लिम है और 40% आबादी हिंदू हैं | वहां के जिलाधीश ने एक बैठक लेकर सभी प्रतिनिधियों को लेकर यह कहा कि फैसला आप कर ले कैसे व्यापार चलेगा और वहां के व्यापारियों ने तय कर लिया कि कैसे दुकानें खुलेगी | वहां आज तक कोई कोरोना का पॉजीटिव नहीं है यदि कोई आता भी है तो तुरंत उस पर एक्शन लिया जाता है | जहां दंगे होने की संभावना रहती है वहां पर प्रशासन कैसे चलता है वहां जाकर देखिए | एक छोटे से ठेला गाड़ी से लेकर बहुत बड़े मॉल तक सब कुछ नियमानुसार खुला हुआ है और सभी संतुष्ट हैं वहां ढोंगी ढ़तूरे नहीं हो रहे हैं........सभी खुला हुआ है |