भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्ण मुरारी मोघे की सक्रियता चर्चा का विषय बनी हुई है| कोरोना काल में किसानों व गरीबों के मुद्दे उठाकर और उनके पक्ष में निर्णय करवा कर मोघेजी ने अपनी शक्ति का एहसास करवाया है|
अविभाजित मध्यप्रदेश में भाजपा के संगठन मंत्री का दायित्व निभा चुके कृष्ण मुरारी मोघे कालांतर में खरगोन से सांसद, इंदौर से महापौर एवं मध्य प्रदेश गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष भी रह चुके हैं| इंदौर की राजनीति में 'भाई' विरोधी राजनेता यहां पनाह पाते हैं| हाल के दिनों में सांसद शंकर लालवानी द्वारा भाई खेमे से गलबहियां बढ़ाने के बाद भाजपा की स्थानीय राजनीति नए स्वरूप में ढल गई| कोरोना काल में भाई खेमे से दूर रहने वाले राजनेताओं की आशाओं का केंद्र बिंदु श्री मोघे का निवास बन गया है | अंदरखाने से खबर आ रही है कि आने वाले दिनों में इंदौर के अलग-थलग नजर आ रहे भाजपा के नेताओं का एक गुट का नया समूह शक्तिपुंज के रूप में दिखाई देगा| कोरोना काल में मालवा-निमाड़ के विभिन्न किसानों ,गरीबों और आमजनों की समस्याएं शासन प्रशासन के समक्ष उठाकर और उसका निराकरण करवा कर एक बार फिर श्री मोघे ने अपने प्रभाव की छाप छोडी़ है | मध्य प्रदेश की सीमा में आने वाले और मालवा निमाड़ से अन्य राज्यों में जाने वाले बेसहारा श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था करवाना ,बसों की व्यवस्था करवाना, तथा गेहूं की खरीदी की तिथि बढ़वाना, इंदौर शहर में सब्जी- दूध -फल की व्यवस्था सुलभ करवाना तथा ठेले वालों को अनुमति देना,अधूरे निर्माण कार्य प्रारंभ करवाना जैसे मुद्दों पर उन्होंने शासन का ध्यान आकर्षित किया| कुछ फैसलों का निराकरण नहीं होने पर उन्होंने जिला कलेक्टर एवं समन्वयक की भूमिका निभा रहे सांसद शंकर लालवानी को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया | भाजपा की बैठक मेंं नाराज होने के मामले में श्री मोघे ने अपनी दूरदृष्टि का परिचय देते हुए बड़ी सूझबूझ से काम लिया और बड़ी चतुराई और समझदारी से किसानों एवं आम जनता से जुड़े मुद्दों पर अपना रौद्र रूप दिखा दिया| संगठन क्षमता जाननेेेेेेेेेेे वाले यह भी कहते हैं कि श्री मोघे को पता रहता है कि कब -कौन सा मुद्दा उठाना चाहिए | श्री मोघे इन दिनों लगातार मुख्यमंत्री एवं संगठन मंत्री से संपर्क बनाए हुए हैं | कोरोना काल में जनता को कैसेे राहत मिले इसके लिए वे सदैव प्रयत्नशील रहते हैं |