हमारे देश की व अमेरिका की कानून व्यवस्था में शायद यही फर्क है ?

पिछले दिनों अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड कि अमेरिका में पुलिस द्वारा जब गिरफ्तारी की जा रही थी उस वक्त उसकी मौत हो गई | वैसे मौत एक हादसा है अमेरिका की पुलिस इसी तरह अपराधियों की गर्दन घुटने के नीचे दबा कर उन्हें गिरफ्तार करती हैं और उनके पीछे हाथ बांध देती है | अपराध चाहे कितना भी छोटा हो या कितना भी बड़ा उसका तुरंत चालान कोर्ट में पेश हो जाता है और अदालत उसे सजा दे देती है | अभी कुछ महीने बाद अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव हैं वहां पर सीधे चुनाव होते हैं वहां का बहुसंख्यक मतदाता इस प्रकार की ओछी  घटनाओं का हमेशा विरोध करता है वहां कभी भी पुलिस के अत्याचारों को अच्छी निगाह से नहीं देखा जाता | वैसे पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें जेल भेज दिया गया है | जब मैं यह संपादकीय लिख रहा था उस वक्त पूरी दुनिया के शहंशाह बंकर में अपना मुंह छुपाए हुए थे अपनी जान के लाले पड़े हुए थे | पूरी दुनिया पर राज करने वाले डोनाल्ड ट्रंप अपनी जान बचाकर चर्च में प्रार्थना कर रहे थे | वैसे वह किसी भी देवी देवताओं को नहीं मानने वाले और विधाता को जेब में रखने वाले आज पत्थर पत्थर देव पूछ रहे हैं | वहां पर कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है भले ही सरकारी दावे भारत के भी लंबे चौड़े हैं लेकिन स्थिति बेहद खराब है |


 



 ट्रंप साहब को रिपोर्ट मिल चुकी है कि मेरा जहाज डूब रहा है| अतः वह बहुसंख्यक को खुश करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं | डोनाल्ड ट्रंप साहब बहुत बड़े बिल्डर हैं अरबों - खरबों संपत्ति के मालिक है वे सीनियर जॉर्ज बुश के शागिर्द माने जाते हैं और अमेरिका की राजनीति में बेहद दखल रखते हैं | वे इतने धनवान हैं कि उनके पास अकूत दौलत है | वहां दो ही राजनीतिक दल है एक डेमोक्रेटिक और एक रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप साहब रिपब्लिकन उम्मीदवार है और डेमोक्रेटिक हिलेरी क्लिंटन को हरा चुके हैं | अब फिर चुनाव है लेकिन वे बेहद घबराए हुए हैं वैसे वहां की सेना को उन्होंने सड़क पर उतारने का निर्देश देकर बर्र के छत्ते में हाथ डाल दिया | सेना ने घुटने टेककर विरोध कर रही जनता के सामने माफी मांगी है और कहा है कि जरूर इंसाफ मिलेगा और मुआवजा दिया जाएगा | सबसे बड़ी हैरत की बात यह है कि वहां पर लगभग एक करोड़ नागरिक भारतवंशी है वह भी ट्रंप साहब की हिमाकत का विरोध कर रहे हैं | वैसे पाठकों को बता दूं कि अखबारों में मीडिया में चाहे कुछ भी खबरें हो लेकिन अमेरिका की कुल आबादी 18 करोड़ है जिसमें से एक करोड़ भारतीय हैं बाकी 90 लाख के आसपास फर्जी मेक्सिको और इसके आसपास के देशों के नागरिक फर्जी रूप से निवास करते हैं यानी अमेरिका की कुल आबादी 20 करोड़ है जो कि भारत से 7 गुना छोटा है यह कड़वी सच्चाई है और किसी के गले नहीं उतरेगी | मेरे परिवार के लगभग 40 व्यक्ति मेरे अग्रज मेरी बहन तक अमेरिका में निवास करती है जो वहां से रोज मुझे फोन पर वहां के हाल-चाल बताती है और कड़वी सच्चाई बताती है |


 


एक व्यक्ति की मौत पर पूरी सरकार हिल गई और हमारे यहां की पुलिस हजारों नागरिकों को रोज मार देती है ना जाने कितने बेगुनाहों को लूट खाती है | अखबारों में खबरें ही नहीं बनती है , शायद भारत और अमेरिका में यही फर्क है | यहां तो पुलिस को लूटने खसोटने  का लाइसेंस दे रखा है |