वासनिक कई राष्ट्रीय महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं उनके पिता रिंग मास्टर के बचपन के मित्र हैं
मध्य प्रदेश कांग्रेस राजनीति के रिंग मास्टर सुप्रीमो महेश जोशी वैसे कुशलगढ़ निवासी है अभी वे अपने पैतृक मकान पर नई फसलों की तैयारियां कर रहे हैं | लेकिन उनका भरोसा नहीं है कि कब उनकी कार कहां पर निकल जाए उनकी कार कभी जयपुर में अशोक गहलोत के बंगले पर दिखती हैं जो वहां के मुख्यमंत्री हैं तो कभी दिग्गी राजा के बंगले पर दिल्ली में दिखाई देती है |
बहरहाल , रिंग मास्टर के कई ठिकाने हैं जो कि वास्तविक नहीं है पहला ठिकाना उनका पैतृक है जो कि कुशलगढ़ है , दूसरा ईमली बाज़ार देवालय लाल बिल्डिंग है , तीसरा रामबाग स्वर्गीय अग्रज मणि दादा का निवास स्थान जहां उनके भतीजे अश्विन जोशी रहतेे हैं , चौथा स्थान कुशल कांपलेक्स जहां पर उनके अग्रज जिनका पिछले दिनों जन्मदिवस के.एल जोशी निवास करते हैं , पांचवा स्थान स्वयंं का मकान जहां पर एमआईजी में उनका परिवार निवास करता है जहां पिंटू निवास करते है और छठा स्थान जो कि पिछले 40 वर्षो से नहीं बदला है 5, सिविल लाईन भोपाल है |
बहरहाल इस बंगले पर मुकुल वासनिक आ गए वे कई देर तक उनसे चर्चा करते रहे | किन मुद्दों पर चर्चा हुई इसके बारे में विस्तार से जानकारी नहीं लेकिन मुकुल वासनिक के बारे में इतना ज्ञात है कि वह बुलढाणा से सांसद रहे एक बार नहीं कई बार | उनके पिता रामचंद्र वासनिक रिंग मास्टर के उस वक्त के मित्र है जब रिंग मास्टर संजय गांधी के साथ रहा करते थे | कुछ राजनीतिक पंडितों का कहना है कि वे राज्यसभा चुनाव के अंतर्गत रिंग मास्टर के पास आए थे | खैर वे किसी भी काम से आए हो लेकिन उनका आना बड़ी खबर बन गया , दूसरी बात यह है कि रिंग मास्टर भले ही अपना सेवानिवृत्त जीवन बिता रहे हैं लेकिन आज भी वे यह साबित कर देते हैं की मध्य प्रदेश राजनीति का हंटर मेरे हाथ में है और मध्य प्रदेश कांग्रेस राजनीति का रिंग मास्टर आज भी मैं ही हूं |