सांवेर का किला फतह करने के लिए शिव ने अपने तुरूप के इक्के कैलाश जी को लगाया है...........
( विशेष खबर सांवेर से लौटकर अभिषेक पुरोहित )
मंत्री तुलसी सिलावट को हराने के लिए जीतूूू पटवारी अपने साथियों सहित एड़ी से चोटी तक का जोर लगा रहे हैं | हमारे संवाददाता के अनुसार जीतूू पटवारी ने तुलसी को हराने के लिए अपने समाज कि नुक्कड़ बैठके करना शुरू कर दी हैै | सांवेर क्षेत्र में चंद्रवंशी खाती समाज के सैकड़ों परिवार रहते हैं जो सिर्फ कृषि व्यवसाय से जुड़े हुए हैं | चंद्रवंशी खाती समाज की यह विशेषता है कि वह अपने समाज के साथ जुड़ा रहता है इसीलिए कांग्रेस हाईकमान ने सांवेर में जीतू पटवारी को भेजा है |
यह खबर दिल्ली तक पहुंच गई है तुलसी हार सकते हैं , यदि ध्यान नहीं दिया गया तो ? तुलसी की हालत अभी खराब है |जैसे ही यह खबर दिल्ली के सूत्रों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को दी शिव दौड़े-दौड़े इंदौर चले आए और अपने तुरूप के इक्के को काम पर लगा दिया | हमारे संवाददाता की माने तो मंत्री सिलावट को जिताने की कमान भाजपा के "चाणक्य" कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने अपने हाथों में लिए जाने के बाद तुलसी की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होने लगा है | पहले तो लग रहा था कि गुड्डू आराम से जीत जाएंगे लेकिन अब कैलाश विजयवर्गीय के आने के बाद सारे समीकरण बदल गए हैं | अब स्थिति यह है कि शनैः शनैः भाजपा सुधार कर रही है मंत्री सिलावट के सांवेर का रण वैसे मुश्किल भरा नहीं है | वे पिछली बार भी चुनाव जीत चुके थे |
मंत्री तुलसी सिलावट की पहचान ज्योतिरादित्य सिंधिया के सिप्पेे सलाहकार के रूप में है | वेे उनकेेेेेे अपमान का मुद्दा लेकर चुनाव में खड़े़े हुए है | इधर , कैलाशजी ने अपनेे संगठन के तुरूप केे इक्के रमेश मेंदोला के हाथों में सारी कमान दे दी है |मेंदोला एक कुशल संगठक माने जाते हैं "ब्राह्मण कुल का यह युवा" अपने क्षेत्र में 1,00,000 वोटों से हमेशा जीतते आया है | कैलाशजी की संगठन की क्षमता तो बंगाल में दिखाई दी | जहां भाजपा का कोई नामलेवा नहीं था | अभी वहां उन्होंने 19 सीटे दिलवाई है | वैसे तुलसी के पास टीम की कमी नहीं है जहां सांवेर में उनके सरपंच , जनपद , प्रतिनिधि , पंच और इंदौर की टीम उन्हें जिताने के लिए लगी हुई है | अब जहां एक तरफ उनका विभीषण कह के प्रचार किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपमान का मुद्दा लेकर वेे चुनाव में खड़े हुए हैं | कैलाशजी के सामने कई शिकायतें आ रही है शिकायतें इतनी ज्यादा है कि वह हैरान परेशान हो गए हैं लेकिन कैलाशजी सभी को साथ लेकर चल रहे हैं | यदि यह सीट जहां पर जीवन मरण का प्रश्न है यदि कैलाशजी निकाल ले जाते हैं तो उनकी कीर्ति में चार चांद लग जाएंगे | मैं पाठकों को जानकारी दे दूं कि शिव दहाड़ मार कर रो चुके हैं , वे तांडव नृत्य भी कर चुके हैं , उन्होंने अपने लौटे , कमंडल , शेषनाग सभी कैलाश को सुपुर्द कर दिए हैं | देखा जाए तो शिव कैलाश के मोह पाष बन गए , हमारे संवाददाता का तो यह भी दावा है कि अगर कैलाश वहां रहे तो यह सीट 1000 से 1500 से जीती जा सकती है वरना इसकी हार हो सकती है |
कोरोना संकट ने नागरिकों का जीना हराम कर रखा है इसका गुस्सा इस सरकार पर निकलेगा सरकारी अमले ने नागरिकों का जीना हराम कर दिया है | किसान पाई-पाई को मोहताज हो गया है सरकारी अमले की तो यह हालत है कि पानी के गिलास के भी पैसे चाहिए | जनता इतनी त्रस्त हो चुकी है कि वह गुस्सा निकाल सकती है , फिर प्याज कौड़ियों के भाव बिक रहा है | सरकारी अमला किसानों को सब्जियां बेचने नहीं दे रहा है | केंद्र सरकार केे अफसरों की भूल का खामियाजा पूरे देश की जनता भुगत रही है | इसमें कोई संदेह नहीं की 10,00,000 व्यक्तियों को एक दिन में भोजन करवाने वाले कैलाशजी सांवेर पहुंच चुके हैं तो कुछ ना कुछ परिवर्तन तो आएगा लेकिन पटवारी ने भी अपनी "धोती की लांघ कस ली है" खाती समाज का यह कोहिनूर अपना रंग तो दिखाएगा | इस कोहिनूर की ताकत का अंदाजा इस बात से लगा लिया जाए कि जिसने सिरपुर से लेकर बांक , सिंहासा से लेेेकर करके जवाहर टेकरी , हिम्मतगढ़ , नावदापंथ , बिश्नावदा , रिंजलाय , कलारिया , माचल , धन्नड , धरावरा , बगोदा , राऊ क्षेत्र के खाती समाज के युवा लड़कों की टीम सांवेर में बुला ली है | पलड़ा दोनों की ओर से बराबर है यह चुनाव गुड्डू और तुलसी का नहीं है , यह तो अब जीतू बनाम कैलाश जी का हो गया है | कुछ दिन बाद मतदान होगा और शीघ्र ही नतीजे सामने आ जाएंगे |